tag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post2619932088749155926..comments2023-04-13T14:44:36.920+05:30Comments on कुछ तो है.....जो कि ! *: अमर कुमार का ई-कचराडा. अमर कुमारhttp://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-12903761725373596512008-11-16T08:21:00.000+05:302008-11-16T08:21:00.000+05:30जहाँ बाकी गद्य ब्लाग पोस्ट (फ़ुरसतिया छोड के) ३०-४०...जहाँ बाकी गद्य ब्लाग पोस्ट (फ़ुरसतिया छोड के) ३०-४० सेकेण्ड्स में निपट जाती हैं और कविता वाली १५-२० सेकेण्ड्स में, आपकी पोस्ट को बुकमार्क करके फ़ुरसत में पढने का अपना अलग लुत्फ़ है ।<br><br>ब्लागिंग एक शगल ही है, इसके सहारे सतही विचारों से दुनिया बदलने का ख्वाब भी बहुतेरे देखते हैं । देखने दो, हमें क्या है ।<br><br>हम तो कहते हैं खुली छूट हो, जिसे जो करना है करे लेकिन हर १०-१५ दिन में मेरी शर्ट तेरी शर्ट से सफ़ेद टाईप की पोस्ट दिख जाती है ।<br><br>बहरहाल आपके ई-कचरे के हम मुरीद हैं इसलिये आगे भी झाडू लेकर बटोरने आते रहेंगे ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-32186676765356131932008-11-16T08:29:00.000+05:302008-11-16T08:29:00.000+05:30कुछौ समझ में नही आया -जब ब्लाग इतने व्यक्तिपरक और ...कुछौ समझ में नही आया -जब ब्लाग इतने व्यक्तिपरक और अमूर्त चिंतन के होने लगेगें तो उनकी सार्वजनीन उपयोगिता खत्म हो जायेगी .पर ब्लॉग की सार्वजनीन उपयोगिता /उद्देश्यपरकता का सवाल ही क्यों उठाया जाय ? डॉ अमर जी आप चलते रहें अपने इसी स्तीरियोतायिप में -ब्लॉग से आख़िर किसी का भला ही क्या होने वाला ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-80332754982727097582008-11-16T09:46:00.000+05:302008-11-16T09:46:00.000+05:30ई का कचरा लिखबे करे हो ?ई का कचरा लिखबे करे हो ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-49198659317438185202008-11-16T10:15:00.000+05:302008-11-16T10:15:00.000+05:30इस कचरे में बड़े बड़े रतन!किसी धूल-धोए को लाना पड़...इस कचरे में बड़े बड़े रतन!<br>किसी धूल-धोए को लाना पड़ेगा छाँटने के लिए।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-14920453785405633692008-11-16T11:31:00.000+05:302008-11-16T11:31:00.000+05:30अगर यह सच है तब ...आगे से समाज सेवा बंद आज की पोस...अगर यह सच है तब ...आगे से समाज सेवा बंद आज की पोस्ट [http://sanchika.blogspot.com/2008/11/blog-post_15.html] देखिये एक समस्या है आपसे सुझाव चाहिए .और हाँ मुझे पता है ...आप मुझे बहुत मानते हैं तो मेरा कोई कुछ नही बिगड़ सकता ..और रक्षन्दा के मामले में मैं मैंने धोखा खाया तो आपने भी, कुछ कम नही .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-68433509816507281462008-11-16T11:44:00.000+05:302008-11-16T11:44:00.000+05:30अरे भई पोस्ट बाउंस हो गई है, कुछ ज्यादा ही अजदकायम...अरे भई पोस्ट बाउंस हो गई है, कुछ ज्यादा ही अजदकायमान हो गई लगती है। सचमुच समझ नहीं आया कि क्या किसके बारे में लिखंत-पढंत भई है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-50137510530300051362008-11-16T12:05:00.000+05:302008-11-16T12:05:00.000+05:30हा हा ...देखा, मैं अकेला नहीं हूं जो आपकी इस छायाव...हा हा ...देखा, मैं अकेला नहीं हूं जो आपकी इस छायावादी शैली से त्रस्त है! फ़िर कहता हूं डॉ. साहब की, सुधर जाओ और थोडा पल्ले पडने जैसा लिखो ना!<br>और साण्ड के अलावा ये फ़ोटो वाला जीव मैं नहीं हूं - अतुल अरोरा नें इन्टरनेट पर से न जाने किस भले मानुस की तसवीर उसे ई-स्वामी कह कर डाल दी थी! हम सब का हंस हंस कर बुरा हाल था .. हां शौनक की नई तस्वीरें जल्दी ही अपने ब्लॉग पर डाल दूंगा! :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-43611039577159274592008-11-16T12:45:00.000+05:302008-11-16T12:45:00.000+05:30गुरुवर अज्ञातवास से आपकी वापसी हो गयी ओर फ़िर आपने ...गुरुवर अज्ञातवास से आपकी वापसी हो गयी ओर फ़िर आपने कमंडल निकाल लिया ...ओर कमंडल से निकला ये कचरा वो भी रविवार को ...खैर आपके कई कचरे हमने तो संभल के रखे है ताऊ की तरह ....भले ही उन्हें आप संडे डाले या मंडे...<br>वैसे अब बड़े हाईटेक कचरे वाले नही हो ? .<br> ..Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-19543398262107422512008-11-16T17:39:00.000+05:302008-11-16T17:39:00.000+05:30:)aapko fursat me hi padhte hain to gyan prapt hot...:)<br>aapko fursat me hi padhte hain to gyan prapt hota hai..Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-80038889104597460562008-11-16T20:20:00.000+05:302008-11-16T20:20:00.000+05:30डॉ साहब यह मस्ती लाजवाब है। शनीचर-चर्चा बड़ी घुमावद...डॉ साहब यह मस्ती लाजवाब है। शनीचर-चर्चा बड़ी घुमावदार रही। दुबारा पढ़ूंगा। :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-617589051673064612008-11-16T21:06:00.000+05:302008-11-16T21:06:00.000+05:30पढ़ा..काफी कुछ समझा..समझने की कोशिश जारी है मगर आज ...पढ़ा..काफी कुछ समझा..समझने की कोशिश जारी है मगर आज तो इंडिया की फ्लाईट पकड़ना है. फिर से पढ़ूंगा. मौज सही ली जा रही है.<br><br>वापसी देखकर बड़ा इत्मिनान लगा.<br><br>अब जारी रहिये, मेरी शुभकामनाऐं तो हमेशा की तरह हैं ही!!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-73052935973238778402008-11-16T21:35:00.000+05:302008-11-16T21:35:00.000+05:30ई-स्वामी एक बहुत प्यारा इंसान है। बहुत प्यारा दोस्...ई-स्वामी एक बहुत प्यारा इंसान है। बहुत प्यारा दोस्त, अच्छा पति, ज़िम्मेदार पिता। अमर जी, इससे ज़्यादा जानने की ज़रूरत भी क्या है। ब्लागर है, एक और परिचय, अच्छा लिखता है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-10002636157688071212008-11-16T21:37:00.000+05:302008-11-16T21:37:00.000+05:30हम तो पोस्ट पढ़के समझ भी गये। :)हम तो पोस्ट पढ़के समझ भी गये। :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-53379085807723401182008-11-16T21:44:00.000+05:302008-11-16T21:44:00.000+05:30मानोसी की बात की हम पुष्टि करते हैं। कम लोग इत्ते ...मानोसी की बात की हम पुष्टि करते हैं। कम लोग इत्ते स्पष्टवादी और मुंहफ़ट होते हैं जित्ता ये ई-स्वामी है। वैसे आप कोई पोस्ट रात के ढाई-तीन बजे के अलावा भी लिखें।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-77588245242609409452008-11-17T00:23:00.000+05:302008-11-17T00:23:00.000+05:30कल से पढ रहा हू ,लेकिन अकल तो छुट्टियो पर चली गई ह...कल से पढ रहा हू ,लेकिन अकल तो छुट्टियो पर चली गई है, इस लिये समझ नही आया, लेकिन सारा कचरा सर मै भर लिया सोम वार को जब दिमाग काम पर वापिस आयेगा तो सोचूगां, <br>धन्यवाद इस छोटे से लेख के लिये.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-21529594132995871972008-11-19T21:24:00.000+05:302008-11-19T21:24:00.000+05:30हमें खबर मिली थी कि आप कुछ लिखने वाले हैं . आखिर क...हमें खबर मिली थी कि आप कुछ लिखने वाले हैं . आखिर कब ?Anonymousnoreply@blogger.com