tag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post5017692142086847553..comments2023-04-13T14:44:36.920+05:30Comments on कुछ तो है.....जो कि ! *: सनद रहे कि यह नकल है..डा. अमर कुमारhttp://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-23345389685003302872008-12-07T21:02:00.000+05:302008-12-07T21:02:00.000+05:30हा हा .... क्या करूँ..... अलीगढ जाने पर मेरे लिये ...हा हा .... क्या करूँ..... अलीगढ जाने पर मेरे लिये प्रतिबंध लग गया है :) गोदरेज पास फटकने नहीं दे रहा और बगल का पनवाडी बोली-ठोली बोलता है कि.....आये हैं बडे ताले वाले :):)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-88208038573008711582008-12-07T21:35:00.000+05:302008-12-07T21:35:00.000+05:30चाहे रचना पंचम की हो, पोस्ट तो आप की ही है। वह भी ...चाहे रचना पंचम की हो, पोस्ट तो आप की ही है। वह भी न्यूनतम श्रम के साथ की गई।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-16104020655139703132008-12-07T22:01:00.000+05:302008-12-07T22:01:00.000+05:30ई त हम बांच चुके हैं। फ़िर से पढ़ लिये।ई त हम बांच चुके हैं। फ़िर से पढ़ लिये।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-57884189021363042762008-12-07T22:30:00.000+05:302008-12-07T22:30:00.000+05:30प्रस्तुति का सन्दर्भ तो समझ में नहीं आया पर पोस्...प्रस्तुति का सन्दर्भ तो समझ में नहीं आया पर पोस्ट का आनन्द खूब आया ।<br>हां, पोस्ट तो आपकी ही है जैसा कि द्विवेदीजी ने कहा ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-32357771587284485062008-12-07T22:54:00.000+05:302008-12-07T22:54:00.000+05:30@ भाई सतीश पंचम जी,अब कुछ कुछ समझ आ रहा है, भाई ज...<i><b>@ भाई सतीश पंचम जी,</b><br><br>अब कुछ कुछ समझ आ रहा है, भाई जी ?<br><br>अब तक के 50% आगंतुक इसे मेरी पोस्ट होने का श्रेय दे रहे हैं,<br>बैरागी जी, टिप्पणी ठोंक गये.. पूरी पोस्ट पढ़ने से वैराग्य ले लिया हो, जैसे ?<br>पोस्ट में तो संदर्भ स्पष्ट दिया गया है !<br><br>अब माइक्रोसाफ़्ट प्रमुख बिल गेट्स से पाइरेसी पर हुई मेरे ई-मेलाचार का विवरण अगली किसी पोस्ट में... </i>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-27943593727873926662008-12-07T23:11:00.000+05:302008-12-07T23:11:00.000+05:30हम क्या लिखें या जो ऊपर कहा गया वही पुन: दोहरा दें...हम क्या लिखें या जो ऊपर कहा गया वही पुन: दोहरा दें। बहुत बढ़िया आनन्द आया, घर में कोई लड़का नहीं आया, मन को आनन्द आया!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-89095919785149013692008-12-07T23:15:00.000+05:302008-12-07T23:15:00.000+05:30पोस्ट जिसकी भी हो लेकिन बहुत अच्छी लगी।आभार।पोस्ट जिसकी भी हो लेकिन बहुत अच्छी लगी।आभार।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-30790352556131765672008-12-08T02:01:00.000+05:302008-12-08T02:01:00.000+05:30post to aapki hi hai!!!!!!!post to aapki hi hai!!!!!!!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-61625950079701196362008-12-08T05:06:00.000+05:302008-12-08T05:06:00.000+05:30???????????????????.... क्या कहिए!???????????????????<br><br>.... क्या कहिए!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-87541252457249334172008-12-08T05:43:00.000+05:302008-12-08T05:43:00.000+05:30बहुत रोचक बात चीत हैये पहले, दूसरे और तीसरे 20 हजा...बहुत रोचक बात चीत है<br>ये पहले, दूसरे और तीसरे 20 हजार करोड़ के बेल आउट पैकेज पर क्या सोचते है? इसे रिकार्ड करके सतीश पंचम लायेंगे या आप?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-15974187802223610042008-12-08T09:44:00.000+05:302008-12-08T09:44:00.000+05:30@ कविता वाचक्नवी?????? .... क्या कहिये !बस, यही कह...<i><b>@ कविता वाचक्नवी</b><br>?????? .... क्या कहिये !<br><br>बस, यही कहा जा सकता है, कि..<br>यह ताला-प्रकरण पर एक <b>ठोस ठिठोली है</b> और क्या ? </i>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-59320740294858969172008-12-08T14:25:00.000+05:302008-12-08T14:25:00.000+05:30गुरुवर हमने असल भी पढ़ी थी ओर अब नकल भी थाम ली है.....गुरुवर हमने असल भी पढ़ी थी ओर अब नकल भी थाम ली है.....बाकी टिप्पणी शाम को .असल दुबारा से पढने के बाद ...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-61121800785605275422008-12-08T15:17:00.000+05:302008-12-08T15:17:00.000+05:30ओरिजिनल सतीश भाई के यहाँ पढ़ी भई है. आपके यहाँ इसे ...ओरिजिनल सतीश भाई के यहाँ पढ़ी भई है. आपके यहाँ इसे आपकी पोस्ट पर सतीश बाबू का आलेख मान कर फिर पढ़ लिए. त आभार आपका ही कह देते हैं.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-16876751156284415142008-12-08T18:35:00.000+05:302008-12-08T18:35:00.000+05:30डॉक्टर साहब, आपतो कविता जी को छेड़ रहे हैं शायद। इस...डॉक्टर साहब, आपतो कविता जी को छेड़ रहे हैं शायद। इसे ही शायद लंठई कहते हैं। खैर... इस पोस्ट को यहाँ दुबारा पढ़वाने का आभार। निठल्लेपन का भी अपना ही मजा है। :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-19288836993452941272008-12-08T19:10:00.000+05:302008-12-08T19:10:00.000+05:30खैर रचना तो मेरे लिए नई ही है क्योंकि पहली बार जो ...खैर रचना तो मेरे लिए नई ही है क्योंकि पहली बार जो पढ़ रहा हूँ. :)Anonymousnoreply@blogger.com