tag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post9076227528513621084..comments2023-04-13T14:44:36.920+05:30Comments on कुछ तो है.....जो कि ! *: फ़ुटकर सोच की गुरुअईडा. अमर कुमारhttp://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-7504837907687229042008-10-28T13:59:00.000+05:302008-10-28T13:59:00.000+05:30परिवार व इष्ट मित्रो सहित आपको दीपावली की बधाई एव...परिवार व इष्ट मित्रो सहित आपको दीपावली की बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं !<BR/>पिछले समय जाने अनजाने आपको कोई कष्ट पहुंचाया हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-23826681011474409292008-10-27T16:03:00.000+05:302008-10-27T16:03:00.000+05:30अमर भाई !दीपावली की शुभकामनायें स्वीकारें !अमर भाई !<BR/>दीपावली की शुभकामनायें स्वीकारें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-89450646299656328962008-10-27T11:47:00.000+05:302008-10-27T11:47:00.000+05:30दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्...दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएंseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-46284905065640880182008-10-21T09:28:00.000+05:302008-10-21T09:28:00.000+05:30@ भाई शिव कुमार मिश्र भाई जी, आपकी टिप्पणी टनाटन ज़...@ भाई शिव कुमार मिश्र<BR/><I> भाई जी, आपकी टिप्पणी टनाटन ज़ायज़ है..<BR/>हम बुरा नहीं माना करते, ब्लागिंग में बुरा मानना आभिजात्य <BR/>सोच की भले हो, पर हम तो प्लेबियन तबके से आते हैं, न ?<BR/>मन तो कर रहा है, कि इस एकांगी टिप्पणी पर गरियाऊँ,<BR/>पर हरे राम हरे राम... भला छोटे भाई को भी कोई<BR/>गरियाता है क्या ? सो <A HREF="http://binavajah.blogspot.com/2008/10/blog-post_20.html" REL="nofollow">अभी टैम नहीं है, शिव भाई !</A><BR/><BR/>छोटन को तो उत्पात का पेटेन्ट हासिल है ...<BR/>दो सैकड़ा पोस्ट जमाने पर बधाई लेयो, पहिले !<BR/>बाकी बातें होती रहेंगी.. <A HREF="http://binavajah.blogspot.com/2008/10/blog-post_20.html" REL="nofollow">अभी टैम नहीं है, शिव भाई !</A><BR/></I>डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-5735728576397134122008-10-20T17:49:00.000+05:302008-10-20T17:49:00.000+05:30डा साहब आप कह रहे हो मौन तोड़िए.. अजी हम मौन थे ही...डा साहब आप कह रहे हो मौन तोड़िए.. अजी हम मौन थे ही कब?<BR/><BR/>किंतु शिव कुमार जी के अलावा और किसी महनुभव ने अपने विचार नही रखे.. सब अपनी दुकान बचाकर टिप्पणी कर गये.. अब क्या है की दुकान तो हमे भी प्यारी है.. इस लिए हम भी एक सदाबहार टिप्पणी सरका के निकल लेते है.. <BR/><BR/>"अब तो आप रोज़ रात को इसी वक़्त लिखा करे.. क्या खूब लिखा है आपने"<BR/><BR/>क्या कहा हमारे अपने विचार??? अजी आँकड़ो को देखेंगे तो पता चलेगा, हमारे विचारो का कोई मूल्य ही नही है...कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-81416029595646920922008-10-20T15:40:00.000+05:302008-10-20T15:40:00.000+05:30@ दिनेश राय द्विवेदी जीबहुत सही बात कही है वकील सा...@ दिनेश राय द्विवेदी जी<BR/><BR/>बहुत सही बात कही है वकील साहब आपने. आंकड़े के बारे में. लेकिन वो ६५ प्रतिशत वाला जो ब्लॉग पोस्ट का शीर्षक आपने दिया था, वो था ही ऐसा कि आपको नाकों चने चबाना पड़े. और ये आज में जीने का दर्शनशास्त्र जो टिपण्णी में झाड़ कर गए हैं, वो उस दिन कहाँ था जब नौकरानी के दूसरी शादी करने के मुद्दे पर राय मांग रहे थे? उस दिन कहाँ था जब आई बी एन - ७ पर ब्लॉग की चर्चा पर पोस्ट ठेल रहे थे?<BR/><BR/>दूसरों का मजाक उड़ाना और साथ में ख़ुद को पाक साफ़ घोषित कर देना बहुत आसान है. अपनी ही लिखी गई बातें लोग भूल जाते हैं. ठीक वैसे ही, जैसे आप जैसे ज्ञानी.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-90414756065004815582008-10-20T11:36:00.000+05:302008-10-20T11:36:00.000+05:30लगता है कोई इमर्जेंसी कॉल अटेन्ड करी आपने फ़िर नी...लगता है कोई इमर्जेंसी कॉल अटेन्ड करी आपने फ़िर नींद नही आयी तो कोम्पुटर के कान उमेठ दिये..इस देर रात्री में उंघते हुए भी आपका सेंस ऑफ़ ह्यूमर मगर जगा रहा ....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-62668710667271650672008-10-20T10:44:00.000+05:302008-10-20T10:44:00.000+05:30और हाँ, इस टिप्पणी पर मुझे कोई खेद नहीं है.और हाँ, इस टिप्पणी पर मुझे कोई खेद नहीं है.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-2854939620433525072008-10-20T10:42:00.000+05:302008-10-20T10:42:00.000+05:30आत्ममुग्धता किसी भी शक्ल में दिखाई दे सकती है. कोई...आत्ममुग्धता किसी भी शक्ल में दिखाई दे सकती है. <BR/><BR/>कोई पाई चार्ट, काई चार्ट वगैरह बनाकर फीड अग्रीगेटर और ब्लॉग ट्रैफिक के ऊपर पोस्ट लिखता है तब भी और कोई इस बात का ढिढोरा पीटता है कि तीस साल पहले उसने बिना दहेज़ लिए शादी कर के एक कीर्तिमान बनाया था तब भी.<BR/><BR/>कोई अगर अपना तथाकथित आत्मचिंतन ठेलता है तो भी और कोई अपनी तथाकथित सधुक्कड़ी भाषा में किसी वृद्ध महिला की चुचकी छाती के बारे में लिखता है तब भी.<BR/><BR/>कोई अगर रोज-रोज सुबह उठाकर पोस्ट ठेलता है तब भी और कोई अगर पिछली पाँच पोस्ट में से पाँचों में किसी के पीछे पड़ते हुए केवल उसे चिढ़ाने के लिए पोस्ट लिखता है, तब भी.<BR/><BR/>कोई अगर किसी के लेख पर बिना कोई प्रतिक्रिया दिए हुए निकल लेता है, तब भी और कोई अगर किसी को प्रोवोक करने के लिए ही ब्लागिंग करता है, तब भी. <BR/><BR/>इसलिए मेरा यही सुझाव है कि दूसरों की आत्ममुग्धता के बारे में सवाल उठाने से पहले अपनी आत्ममुग्धता को भी निहार लेना चाहिए.<BR/><BR/>किसी की ब्लागिंग उसकी आत्ममुग्धता का परिणाम हो सकती है. वो अगर आत्ममुग्ध है तो इसमें आपको कौन सा नुकशान पहुँच रहा है? उसकी आत्ममुग्धता से आपको कोई नुकशान हो, तो आप ज़रूर बताईये.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-23779112838361596002008-10-19T20:39:00.000+05:302008-10-19T20:39:00.000+05:30आगे से रात्रि के इसी प्रहर में लिखा किजिये-कुछ अलग...आगे से रात्रि के इसी प्रहर में लिखा किजिये-कुछ अलग सा बहाव बन पड़ता है लेखनी में. :)<BR/><BR/>लगे रहिये-शुभकामनाऐं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-41470796188462538022008-10-19T15:12:00.000+05:302008-10-19T15:12:00.000+05:30बहुत दिनों बाद लिखा लेकिन खूब लिखा है आपने...वाह.न...बहुत दिनों बाद लिखा लेकिन खूब लिखा है आपने...वाह.<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-72099867701635077562008-10-19T14:33:00.000+05:302008-10-19T14:33:00.000+05:30आज हमारा टिपण्णी डे है, इस लिये आप सभी कॊ टिपण्णी ...आज हमारा टिपण्णी डे है, इस लिये आप सभी कॊ टिपण्णी डे की बहुत बहुत बधाई.<BR/>आधी रात को चिंतन??? साथ मे खुराटा संगीत, आप का लेख पढ कर मै तो चला सविता भाभी डाट कम पर. प्राणामराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-36442156120295267082008-10-19T12:42:00.000+05:302008-10-19T12:42:00.000+05:30बड़ी मौज ले रहे हैं आप! ये बायीं तरफ़ वाला फ़ोटो बड़ा ...बड़ी मौज ले रहे हैं आप! ये बायीं तरफ़ वाला फ़ोटो बड़ा धांसू आया है जी। फ़ीड, एग्रीगेटर और ग्राफ़ ज्ञानजी के पसंदीदा विषय रहे हैं। मेरे ख्याल से फ़ीड पर सबसे ज्यादा ब्लाग फ़ीड उन्होंने ही दी है। उसका भी मजा है। उसी से तो आपकी इस पोस्ट सरीखी पोस्टें निकलती हैं।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-45753456713195626672008-10-19T12:27:00.000+05:302008-10-19T12:27:00.000+05:30pujniya, blogging ke siddhu sir, kis dictionary se...pujniya, blogging ke siddhu sir, kis dictionary se laate hain yeh phrases hamen bhi batayen, jisse ki ham bhi apni post ko thoda rochak bana liya karenभारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-65055602579534197502008-10-19T10:24:00.000+05:302008-10-19T10:24:00.000+05:30अरे महाराज कहाँ चले जाते हो ! आपका नियमित रहना ब्ल...अरे महाराज कहाँ चले जाते हो ! आपका नियमित रहना ब्लॉग जगत के लिए बहुत आवश्यक है ! कई बार आपके कमेंट्स की बहुत याद आती है ...Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-71763615410674764232008-10-19T08:37:00.000+05:302008-10-19T08:37:00.000+05:30गुरुदेव प्रणाम ! इस बहाने आपके दर्शन तो हुए ! रात्...गुरुदेव प्रणाम ! इस बहाने आपके दर्शन तो हुए ! रात्री के इस प्रहर में लेखन ? बिल्कुल सही चिंतन है !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-15235413586991824712008-10-19T08:16:00.000+05:302008-10-19T08:16:00.000+05:30पिछले दिनों एक आलेख में 65% का आंकड़ा दे दिया। बवा...पिछले दिनों एक आलेख में 65% का आंकड़ा दे दिया। बवाल हो गया। उसे साबित करने में लोगों ने लोहे के चने चबवा दिए। औरों की तो खैर, बेटी कहने लगी -पापा ये आंकड़ेबाजी कब शुरू कर दी इस पर तो हमारा एकाधिकार है। अब वो इन आंकड़ों की सत्यता पर शोध कर रही है। हम सोच लिए आंकड़ेबाजी उस से पूछ कर किया करेंगे। <BR/>अब अपना ट्रेफिक देखने का फुरसत जिस को हो देखे। अपना काम गाहे-बगाहे लिखना और ठेलना वही ठीक है। वो तेंदुलकरवा का बयान जरूर पढ़ा पसंद भी आया कि कल और कर को मत देखो बस आज को देखो आज क्या करना है। सो कल कैसा होगा कौन जानता है?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2018512552827670142.post-46898088005238161472008-10-19T06:36:00.000+05:302008-10-19T06:36:00.000+05:30अरे भई लगता है सवीताभाभी डॉट कॉम देखने के बाद ही य...अरे भई लगता है सवीताभाभी डॉट कॉम देखने के बाद ही यह पोस्ट ठेली है वरना ऐसे मौजूँ और रोचक पोस्ट ....वह भी रात के तीसरे-चौथे, पांचवे पहर :)<BR/>अच्छी पोस्ट।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.com