क्या आपको अपने लौहपथ मंत्रीजी की याद तो नहीं आरही है ?
बड़े हौसले से एक टी०वी० शो वालों ने न्यौत तो लिया, किंतु होशियार लालू अपनी स्टार वैल्यू का मर्म टटोलने में कामयाब रहे । साफ़-फट्टाका बोल दिये,"हम्को अगर जोकरई के लीए बोलाएं हँय तो अब हम जोकरई नहिं करूँगा, हमको सन्करजी दरसन देकर बोलेंहँय मुर्गी अँडा सब छोड़ो, मान्स-मच्छी मीडीया से परहेज़ करो । चक्करबर्ती समराट का माफिक भागऽ हय तोम्हारा ।"
तो अपने साणे लालू बिलागींन्ग मे ऊन्मूख हुए और सीधै माईक्रोसाफ़्ट से बोले हमरे लिये यकठो कम्पूटर हीन्दिये मे बनाईये सो आजकल ऊहे ऊहाँ बनवा रहे हँय । बानगी देखियेगाऽ..ऽऽ, तो इहाँ देखीये लिजिए
ईसको मजाक बूझते हँय, फारेन तक में हम कुल्हड़ बेकवा दिया हूँ तो आपलोग का भी टुट्पुंजिया इस्टेटस अपग्रेड करूँगा, बेचारा हीन्दिवाला सब कउन कउन टाईपींग टूल से काम चला रहा हय ।जब से हमरे संग्यान में आया हय।
हमारा ग्रासरूट लेबिल का मन बहुतै दूखी हय ।
1 टिप्पणी:
एक ठो खिड़कियों वाला कम्पूटरवा हमको भी दिलाय दो ।
घुघूती बासूती
लगे हाथ टिप्पणी भी मिल जाती, तो...
जरा साथ तो दीजिये । हम सब के लिये ही तो लिखा गया..
मैं एक क़तरा ही सही, मेरा वज़ूद तो है ।
हुआ करे ग़र, समुंदर मेरी तलाश में है ॥
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इन पोस्ट को चाक करती धारदार नुक़्तों का भी ख़ैरम कदम !!
Please avoid Roman Hindi, it hurts !
मातृभाषा की वाज़िब पोशाक देवनागरी है
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